गुस्सा आना, चिड़चिड़ापन भी हो सकता है
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खास बात ये भी है कि बड़े भी इस तरह का सपना देखते हैं.
बुरे सपनों का हमारी नींद और हेल्थ पर असर
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दिल की बीमारियां हमारे सपनों पर भी असर डाल सकती हैं। जब हमारी हृदय गति तेज हो या घबराहट महसूस हो, तो यह दिमाग पर असर डालता है और हम डरावने सपने देख सकते हैं। कई बार, ऐसे डरावने सपनों के बाद दिल की धड़कन और तेज हो जाती है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ सकता है। यह समस्या इसलिए हो सकती है क्योंकि हमारे शरीर में तनाव और घबराहट बढ़ जाती है, जिससे नींद भी प्रभावित होती है।
बुरे सपने लंबे और आपको दुखी करने वाले हो सकते हैं
ऐसे सपनों से अक्सर नींद टूट जाती है, मन बेचैन हो जाता है और थकावट बनी रहती है। इसलिए मानसिक शांति बहुत जरूरी है।
यह खौफ का ऐसा मंजर होता है, जिसमें आप अपनी जान बचाने के लिए इधर उधर छिपते हैं.
अगर आप सोने से ठीक पहले तक खाते रहते हैं तो बुरे सपने आने की आशंका बढ़ जाती है
रिलैक्सिंग बेडटाइम रूटीन बनाएं: सोने से तुरंत पहले स्क्रीन, कैफीन जैसे उत्तेजक पदार्थों के साथ ही भारी भोजन करने से बचें। अधिक भोजन करने या उत्तेजन पदार्थों के सेवन से नींद की गुणवत्ता प्रभावित हो जाती है, जिसकी वजह से आपको बुरे सपने आ सकते हैं।
इंसानी दिमाग पर हुए स्टडीज में इस समस्या को लेकर कई बाते सामने आई हैं, जो बुरे व डरावने सपनों का कारण बनती हैं.
दरअसल, साइंस भी अभी तक इस राज को website नहीं सुलझा सकी है कि ऐसा होता क्यों है?
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